Saturday, October 18, 2008

पश्चिम बंगाल मिटाकर गोर्खालैंड नाम लिखने की मुहिम, गैर कानूनी कार्रवाई के खिलाफ प्रशासन व पुलिस की चुप्पी



गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के कार्यकर्ताओं द्वारा साइन बोर्डो से पश्चिम बंगाल मिटाकर गोर्खालैंड नाम लिखने की मुहिम चलायी गयी। शनिवार को डुवार्स के वीरपाड़ा थानांतर्गत वीरपाड़ा दो नंबर ग्राम पंचायत के साइन बोर्ड में पश्चिम बंगाल मिटाकर गोर्खालैंड लिखा गया। दलमोड़ इलाके के बीट अधिकारी के साइन बोर्ड पर भी गोर्खालैंड लिखा गया है। गोजमुमो की केंद्रीय कमेटी के सदस्य तथा मध्य डुवार्स इकाई के संयोजक मधुकर थापा ने बताया कि शनिवार को और भी इलाकों के साइनबोर्ड से पश्चिम बंगाल मिटाकर गोर्खालैंड लिखा जाएगा। राज्य के हर सरकारी विभाग के साइनबोर्ड पर पश्चिम बंगाल मिटाकर गोर्खालैंड लिखा जाएगा । इस बीच अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद अभाविप की तराई डुवार्स कोआर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष जान बारला ने इस घटना की निंदा करते हुए प्रशासन से इस बारे में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने आशंका जताई है कि यदि ऐसा नहीं होता है तो तराई व डुवार्स इलाकों में सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ सकता है और इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। साइनबोर्ड पर गोर्खालैंड लिखने के बारे में शनिवार को बीरपाड़ा थाना के ओसी समर दास ने बताया कि उच्च विभाग से गोजमुमो कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश आया है। शनिवार को भी साइनबोर्ड पर पश्चिम बंगाल मिटाकर गोखालैंड लिखा गया। उधर विभिन्न सरकारी विभागों में साइनबोर्ड पर पश्चिम बंगाल की जगह गोर्खालैंड लिखने को लेकर क्षोभ व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस सदस्य मान्नालाल जैन ने बताया कि इससे पता चलता है कि राज्य सरकार कानून का पालन कराने में कितना सक्षम है। यदि राज्य सरकार ने कोई कड़ा कदम नहीं उठाया तो उनकी पार्टी आंदोलन की रूपरेखा बनायेगी। अलीपुरद्वार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सब्यसाची मिश्र ने बताया कि मसले की जांच कर गोजमुमो के खिलाफ मामला दर्ज करने की अनुमति दी गयी है। बहरहाल परिस्थिति पर नजर रखी जा रही है। चामुर्ची संवाददाता के अनुसार गोजमुमो की केंद्रीय कमेटी के निर्देश के मुताबिक जहां पहाड़ी शहरों की तरह बानरहाट थानान्तर्गत आंगराभाषा ग्राम पंचायत कार्यालय, बापूजी स्कूल तथा अन्य सरकारी तथा गैर सरकारी कार्यालयों के साइनबोर्ड पर गोर्खालैंड सरकार लिखा गया वही वीरपाड़ा तथा बाग्राकोट में भी गोर्खालैंड सरकार लिखा जा रहा है। केलाबाड़ी के गोजमुमो नेता जीवन शर्मा ने भी अपने इलाके के सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों के साइनबोर्ड पर गोर्खालैंड सरकार लिखे जाने की बात बतायी। बानरहाट पुलिस सूत्र के अनुसार इस कार्य में लिप्त ग्यारह लोगों के नाम से थाने में लिखित अभियोग दायर किया गया है। उधर, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की तराई-डुवार्स को-आर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष जान बारला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर तराई-डुवार्स क्षेत्र के सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों के साइनबोर्ड से पश्चिम बंगाल मिटाकर गोर्खालैंड लिखे जाने की कार्रवाई की निंदा करते हुए प्रशासनिक कदम उठाने की मांग की है। इनका कहना है कि तराई-डुवार्स क्षेत्र पारंपरिक रूप से आदिवासियों का क्षेत्र है जिसकी एक इंच भूमि भी विकास परिषद गोर्खालैंड में देने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने इस तरह की गैर कानूनी कार्रवाई के खिलाफ प्रशासन व पुलिस की चुप्पी पर आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि यदि उक्त घटनाक्रम में तराई व डुवार्स क्षेत्रों में सांप्रदायिक सद्भाव नष्ट होती है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर प्रशासन की होगी।

No comments: